भारतीय गाली कितने प्रकार के होते हैं? | How Many Types Of Indian Gaali? 

Indian Gaali के इस पोस्ट में आपका स्वागत है। यहाँ हम जानेंगे भारत में जब कोई व्यक्ति आवेश ( गुस्सा) में होता है तब वह अपनी मन की शांति के लिए किन - किन शब्दों का माफ़ कीजिए अपशब्दों का प्रयोग करता है।      

        DISCLAIMER 

यह वेबसाइट, लेख या लेखक गाली देने की इस गंदी आदतों का समर्थन नहीं करता है। इसे जानकारी एवं मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी व्यक्ती या धर्म को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है।


 हम सभी अपने रोजमर्रा के जीवन में कभी ना कभी गाली तो देते हैं, खासकर तब जब हम अपने कामिने दोस्तों के साथ होते हैं। हमारे यहाँ भिन्न - भिन्न प्रकार के अपशब्दों (गाली) का प्रयोग किया जाता है।

            
Indian abusive language

हमारे समाज में मुख्यतः तीन प्रकार के लोग रहते है, तरह - तरह के लोग तरह - तरह के गालियों का प्रयोग करते हैं। 

जैसे पहले प्रकार में आते हैं वो लोग जो बात - बात में गालियाँ देते हैं इनके मुख से निकलने वाला मुख्य गाली होता है - "बहनचोद " 

दूसरे प्रकार में आते हैं वो लोग जो कभी - कभी गाली देते हैं और इनके मुख से निकलने वाला मुख्य गाली होता है - "साले" 

तीसरे प्रकार के लोग भी हमारे यहाँ पाए जाते हैं जो ना तो खुद गाली देंगे और ना ही दूसरों को देने देते हैं। 

वैसे और भी कई प्रकार के लोग है इंडिया में मगर उनके बारे में, मैं किसी और पोस्ट में आपको बताऊँगा। अभी हम जान लेते हैं कि भारत में कितने प्रकार की गालियाँ दी जाती हैं। 

इस लिस्ट में भारत की कुछ मुख्य गालियों को शामिल किया गया है जब तक ये मंत्र किसी व्यक्ती या वस्तु पर पढ़ा नहीं जाता, तब तक यहाँ के कई लोगों का खाना हजम नहीं होता है। 

  • बहनचोद
  • मादरचोद
  • भोसडीके 
  • चूतिया
  • हरामी
  • साले 

ये कुछ ऐसे गाली हैं जो प्रतिदिन प्रयोग किए जाते हैं। अगर आपको लगता है कि इस लिस्ट में कोई गाली नहीं है जिसे यहाँ होना चाहिए तो नीचे कॉमेंट में बतायें। 

दोस्तों याद रखें, गाली का प्रयोग हमें कभी नहीं करना चाहिए, यह हमारे संस्कारों को प्रदर्शित करता है। 

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